राम मंदिर निर्माण को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ व आरएसएस के बीच हुई अहम बैठक
वाराणसी: (कौमी गुलदस्ता संवाददाता): अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंगलवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व आरएसएस पदाधिकारियों के बीच वाराणसी में एक अहम बैठक हुई. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में राम मंदिर के लिए गठित होने वाले ट्रस्ट के अध्यक्ष के चयन पर चर्चा की गई. बताया जा रहा है कि बैठक में इस बात पर सहमती बनी है कि ट्रस्ट का अध्यक्ष आरएसएस से तय हो. बैठक में राममंदिर निर्माण को लेकर जनता के बीच किस तरह का माहौल है, इस पर भी चर्चा किया गया.
पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण को लेकर अहम बैठक करने के साथ ही विश्वनाथ कॉरिडोर में चल रहे कार्यो के स्थलीय निरीक्षण और चौक थाने का निरीक्षण किया. बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के हक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भव्य मंदिर निर्माण की रणनीति में जुट गया है. भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी की वाराणसी में हुई समन्वय बैठक में राम मंदिर के लिए गठित होने वाले ट्रस्ट के अध्यक्ष के चयन पर चर्चा की गई. इस अहम बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ आरएसएस के प्रांत प्रचारक रमेश, क्षेत्रीय प्रचारक अनिल, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री रत्नाकर सहित अन्य लोग मौजूद रहे. वाराणसी के कोईराजपुर में मंगलवार की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी और सह सरकार्यवाह डा. कृष्णगोपाल की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी की ओर से प्रतिनिधित्व किया.
ट्रस्ट अध्यक्ष का नाम आरएसएस से तय करने पर सहमति बनी
सूत्रों की माने तो बैठक में ट्रस्ट अध्यक्ष का नाम आरएसएस से तय करने पर सहमति बनी. बैठक के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष पर कई नामों पर चर्चा की गई. संघ ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी सुझाव मांगा. राम नवमी से राम मंदिर निर्माण की उम्मीद जताई गई और कारसेवा की तर्ज पर देशभर के हिन्दू समाज से सहयोग की रणनीति बनाई गई.
मीडिया को रखा गया दूर
वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ का दौरा जहां एक तरफ बीजेपी और आरएसएस के साथ अयोध्या मामले को लेकर कई मायनों में अहम बताया जा रहा है. राम मंदिर को लेकर हुए इस पूरे बैठक से मीडिया को दूर रखा गया. लेकिन जिस तरह से काशी में आरएसएस के बड़े पदाधिकारियों के साथ राममंदिर को लेकर यह बैठम हुई, इससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार अपने कार्यकाल में राममंदिर का निर्माण करवाना चाहती है.