गोरखपुरः CM योगी बोले- पूर्व की सरकारों ने UP को बनाया था समस्याग्रस्त प्रदेश

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के फर्टिलाइजर मैदान में शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1990 में खाद कारखाना बंद हो जाने के बाद 26 साल तक केंद्र व पिछली राज्य सरकारों ने यहां के खाद कारखाने की सुधि नहीं ली. 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नए सिरे से शिलान्यास किया. 2017 में यूपी में बीजेपी की सरकार आई तो खाद कारखाना परिसर विकास की गतिविधियों का केंद्र बन गया. खाद कारखाना बनकर तैयार हो रहा है, इसे अक्टूबर तक जनता को समर्पित कर दिया जाएगा. इससे नौजवानों को नौकरी व किसानों को सस्ती खाद मिलेगी.

उन्होंने कहा कहा कि इसी परिसर में सैनिक स्कूल बन रहा है. इसी परिसर में देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगी एसएसबी का मुख्यालय है. यहीं केंद्रीय विद्यालय है, पीएसी की महिला बटालियन स्थापित हो रहा है. उपेक्षित रहा यह परिसर अब चहल-पहल का केंद्र है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता है. यही कारण है कि हमने कोविड काल में भी विकास की गतिविधियों में निरंतरता में कमी नहीं आने दी. कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए विकास कार्य चलते रहे क्योंकि विकास कार्य ही खुशहाली का आधार हैं. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के प्रबंधन में उत्तर प्रदेश के कार्य बेहतरीन रहे. एक संवेदनशील सरकार के रूप में हम अपने हर नागरिक के साथ ततपरता से खड़े हैं. सीएम योगी ने कहा कि कभी पूर्वी उत्तर प्रदेश में एकमात्र मेडिकल कॉलेज बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था. सरकार ने देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर में भी मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है. जो जिले रह गए हैं, वहां हम पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने जा रहे हैं. प्रदेश सरकार के पांच साल पूरा होते-होते प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज होंगे. सीएम ने एक बार फिर बताया कि गोरखपुर एम्स के शुभारंभ अक्टूबर में पीएम मोदी के हाथों कराया जाएगा. अपने सम्बोधन में सीएम योगी ने सूबे में बन रहे एक्सप्रेस-वे के जरिये ढांचागत सुविधाओं के विकास का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, बलिया लिंक एक्सप्रेसवे आदि के किनारे औद्योगिक क्लस्टर बनाए जाएंगे. इससे स्थानीय स्तर पर नौजवानों को नौकरी, रोजगार मिलेगा. सीएम योगी ने बताया कि साढ़े चार सालों में 4.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है. इसमें 1.20 लाख से अधिक को बेसिक शिक्षा विभाग में ही नियुक्ति मिली है. एक लाख से अधिक युवा पुलिस में भर्ती किए गए हैं.

सीएम ने कहा कि वंशवाद, जातिवाद करने वाली पिछली सरकारों ने प्रदेश में अराजकता का माहौल बना दिया था. विकास के पैसों का बंदरबांट किया. इंसेफेलाइटिस की समस्या, खाद कारखाना बंदी की समस्या पिछली सरकारों की देन थी. पूर्व की सरकारों ने यूपी का विकास अवरुद्ध कर इसे समस्याग्रस्त प्रदेश बना दिया था. कोरोना से अपनों को खोने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सीएम योगी ने कहा कि उनके रहते यूपी में कोई खुद को असहाय न समझे. कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू कर दी गई है. इसी तर्ज पर निराश्रित हुई माताओं बहनों के लिए अतिशीघ्र योजना आने जा रही है.

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