छत्तीसगढ़: भूपेश सरकार ने फिर लिया 1000 करोड़ का लोन
रायपुर: छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने एक बार फिर 1 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. कर्जे को लेकर राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. इसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि देश में बीजेपी शासित ऐसे कौन से राज्य हैं जो कर्ज नहीं ले रहे. उन्होंने कहा कि ये एक सतत् प्रक्रिया है. रमन सिंह ने जितने भी काम किए, कर्ज लेकर ही किए. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बीजेपी हमें नसीहत न दे. वे बुधवार को रायपुर पुलिस ग्राउंड स्थित हेलीपेड में मीडिया से चर्चा कर रहे थे.
धान खरीदी से राज्य को हुए नुकसान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार पर आरोपी लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. केंद्र दूसरे राज्यों का 100 प्रतिशत अनाज खरीदती है. सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने के बाद सौतेला व्यवहार शुरू हो गया. दोनों साल कोरोना होने के बावजूद हमारी कोशिश रही धान का उठाव और मिलिंग हो जाए, लेकिन केन्द्र सरकार राजनीतिक दृष्टिकोण से फैसला लेकर परेशान करती रही. सीएम ने कहा कि केन्द्र सरकार कितना भी अड़ंगा लगाए, हम किसानों के साथ खड़े हैं. वहीं पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे पर लाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार जो फैसला लेगी, उसे मानना हमारी बाध्यता है. पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना अच्छी बात है. सीएम ने कहा कि पूरी दुनिया में क्रूड ऑयल की कीमत घट रही है और हिन्दुस्तान में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं. हमने पहले ही पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की थी. केन्द्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थं पर सेस लगा रही है, लेकिन इसके बाद से राशि राज्यों को नहीं मिल रही है.