योगी चले मोदी की राह

लोकसभा में भाषण देते हुए यूपी के मुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बहुत कुछ बंद होने वाला है. सीएम योगी के इस बयान से यूपी के सत्ता के गलियारे में ‘बंद’ को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं. इसमें अवैध बूचड़खानों और एंटी रोमियो दल पर तो यूपी पुलिस की ​सक्रियता दिख ही रही है, अब बिहार की तरह यूपी में भी शराबबंदी लागू होने की चर्चाएं तेज हो चली हैं. शराबबंदी की तरह ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां सीएम योगी के ‘बंद’ का फरमान आने की उम्मीद की जा रही है.

भाजपा के संकल्प पत्र में महिला सुरक्षा के लिए हर जिले में एंटी रोमियो स्क्वायड बनाने का वादा किया गया. सरकार बनते ही यूपी पुलिस ने काम भी शुरू कर दिया है. इसके तहत लखनऊ जोन के 11 जिलों में इस ये स्क्वायड एक्शन में आ चुका है. इस स्क्वायड में एक सब इंस्पेक्टर लीड कर रहे हैं, वहीं महिला आ​रक्षियों को भी दल में शामिल किया गया है. राजधानी लखनऊ से लेकर जोन के सभी जिलों में मंगलवार को पुलिस ने शोहदों को पकड़ने का अभियान भी शुरू कर दिया. अवैध बूचड़खानों पर योगी सरकार ने सबसे पहले चोट की है. शपथ लेने के बाद से ही प्रदेश के कई जिलों में अवैध बूचड़खाने बंद करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. लखनऊ के बगल के जिले बाराबंकी से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और पश्चिम उत्तर प्रदेश में मेरठ, गाजियाबाद आदि शहरों में अवैध बूचड़खानों पर प्रशासन कार्रवाई तेज कर चुका है. सत्ता के गलियारे में सबसे ज्यादा चर्चा शराबबंदी की संभावनाओं को लेकर है. जानकारों का मानना है कि उत्तर प्रदेश बनाने के लिए योगी पीएम मोदी के गुजरात मॉडल को यूपी में लागू कर सकते हैं. इसके तहत यूपी में भी गुजरात और बिहार की तरह शराबबंदी लागू हो सकती है. खास बात ये है कि इस समय यूपी की सीमाएं भाजपा शासित हरियाणा, उत्तराखंड और मध्यप्रदेश से लगती हैं. यूपी में शराबबंदी लागू होने से आसपास के अन्य राज्यों पर भी इसका दबाव बढ़ जाएगा.

शपथ लेने के साथ ही सीएम योगी ने कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश के डीजीपी सहित तमाम आला अफसरों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि चुनावी जीत का जश्न मनाने में किसी भी प्रकार के हुड़दंग से सख्ती से निपटा जाए. यही कारण है कि भाजपा को मिली बंपर जीत के बाद भी कहीं भी कोई नेता विजय जुलूस निकालता नहीं दिखा. लोकसभा में योगी ने आश्वस्त किया कि बीजेपी के शासनकाल में यूपी दंगा मुक्त प्रदेश बनेगा. उन्होंने कहा कि दूसरी सरकारों के रहते पूरे यूपी में बड़ी संख्या में दंगे हुए लेकिन उन्होंने पूर्वी यूपी में एक भी दंगा नहीं होने दिया. इसी क्रम में यूपी के कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मंगलवार को कहा कि नवरात्रि को देखते हुए प्रदेश में यूपी पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अयोध्या में राम मंदिर समेत प्रदेश में जितनी भी शक्ति पीठ हैं, वहां सुरक्षा चाक चौबंद की जाए. साथ ही किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. खुद पीएम मोदी ने यूपी चुनाव के दौरान सीधे-सीधे सपा सरकार पर आरोप लगाया था कि यूपी में थाने सपा कार्यालय की तरह काम करते हैं. पुलिस सपा नेताओं के दबाव में काम करती है. बेकसूरों के खिलाफ फर्जी मुकदमे लगाकर दबाव बनाया जाता है. अब योगी सरकार के बनने के बाद माना जा रहा है कि सरकार कई ऐसे मामले वापस ले सकती है, जिसका संबंध राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से हो. सरकार बनने से पहले कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा काफी मुखर थी. अब यूपी पुलिस ने इसे लेकर भी कार्रवाई तेज कर दी है. लखनऊ जोन में महीने भर का अभियान भी शुरू हो गया है, जिसके तहत पैरोल की शर्तों का उल्लंघन करने अपराधियों की धरपकड़ शुरू हो गई है. यही नहीं हर जिले में पुरस्कार घोषित अपराधियों की लिस्ट तैयार हो गई, जिन्हें पकड़ने के लिए टीमें बनाई जा रही हैं. पुराने हत्या, लूट डकैती के मामलों में के खुलासे में भी पुलिस जुट गई है.चुनाव के दौरान योगी कहते रहे कि भाजपा सरकार आई तो कानून-व्यवस्था और विकास का ऐसा मॉडल तैयार किया जाएगा, जिसमें किसी को भी ​घर छोड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पलायन भाजपा के लिए बड़ा मुद्दा रहा है. खुद योगी आदित्यनाथ इसके विरोध में काफी विवादित बयान दे चुके हैं.यूपी में अवैध खनन एक बड़ा मुद्दा रहा है. भाजपा ने चुनाव के दौरान लगातार इस मुद्दे को उठाया. पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ मामलों को पार्टी ने सपा सरकार पर हमले का प्रमुख हथियार बनाया. अब अवैध खनन को लेकर योगी सरकार तगड़ी चोट कर सकती है.

भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में वायदा किया था कि सरकार बनते ही 45 दिन के अंदर जितने भी जमीन पर अवैध कब्जे हैं, उन्हें खाली कराया जाएगा. साथ ही भूमाफियाओं पर नकेल कसी जाएगी.

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