हरिद्वार कुंभ मेला: 2021 बॉर्डर के पास खुले मैदानों में होगी कोरोना जांच और पंजीकरण
हरिद्वार कुंभ में आने वाले बाहरी श्रद्धालुओं को बॉर्डर के पास ही खुले मैदानों में सुविधाएं विकसित कर रोका जाएगा। यहां कोरोना जांच, निगेटिव रिपोर्ट की जांच और पंजीकरण आदि कराने के बाद ही श्रद्धालु हरिद्वार रवाना होंगे। बॉर्डर पर तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे डीएम सी रविशंकर ने बताया कि इस काम के लिए उपयुक्त भूमि की तलाश शुरू कर दी गई है। जरूरत के हिसाब से कुंभ की अवधि तक के लिए निजी जमीनों को भी अधिग्रहीत किया जा सकता है।
कोरोना के चलते बदली परिस्थितियों के बीच अभी तक यह अंदाजा लगा पाना संभव नहीं हो पा रहा है कि कुंभ में रोजाना कितने लोग बॉर्डर पर पहुंचेंगे। हालांकि, संभावना यह भी है कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में भीड़ कभी भी अनियंत्रित हो सकती है। ऐसे में प्रशासन के सामने भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन का पालन कराना बड़ी चुनौती है। इसके मद्देनजर डीएम सी रविशंकर और एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने नारसन और भगवानपुर बॉर्डर का निरीक्षण किया। उन्होंने कुंभ के मद्देनजर अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देेेश दिए। उन्होंने भगवानपुर क्षेत्र के मंडावर और काली नदी चेक पोस्ट का भी निरीक्षण किया। साथ ही कोरोना जांच की तैयारियों को लेकर सभी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। इस दौरान कोरोना जांच के लिए बूथ बनाने के लिए प्वाइंट चिह्नित किए गए।
डीएम ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से कुंभ के लिए जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के तहत जिनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव है, उनका पंजीकरण और चेकिंग आदि की जानी है। साथ ही बॉर्डर पर पंजीकरण के अलावा कोरोना जांच की भी व्यवस्था रहेगी। कुंभ में ज्यादा लोगों के पहुंचने की स्थिति में ज्यादा जगह की जरूरत होगी। इसके लिए बॉर्डर के पास श्रद्धालुओं को रोकने के लिए कुंभ अवधि तक जमीन का अधिग्रहण कर सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस मौके पर एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल, सीओ मंगलौर अभय सिंह मौजूद रहे। डीएम ने बताया कि कुंभ में पहुंचने वाले लोगों की जांच के लिए बॉर्डर पर स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। यह भी आकलन किया जा रहा है कि प्राइवेट लैब से प्रशासन को कितनी मदद मिल सकती है। सभी संभावनाओं पर विचार करते हुए तैयारियों को अमल में लाया जा रहा है।