ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर चंबा में बनाई गई ऑलवेदर रोड की सुरंग में दिख रही दरारों की जांच की मांग उठाई है। लोगों का कहना है कि सुरंग के ऊपर बसे घरों में पड़ी दरारें भी बढ़ रही है। उन्होंने भू-वैज्ञानिकों से जांच कराने की मांग की है। ऑल वेदर रोड पर चंबा में सुरंग बनाई गई है। 2019 में जब सुरंग खुदाई का काम शुरू किया गया था। उस समय सुरंग के ऊपर बसे मठियाण गांव और मंज्यूड़ गांव के कई परिवारों के घरों में दरारें पड़ गई थी। टनल बनने के लंबे समय बाद एक बार फिर सुरंग में दरारें पड़ने की खबर है। सभासद शक्ति जोशी ने बताया कि सुरंग बनाते समय कई घरों में दरारें पड़ी थी। सुरंग का काम पूरा होने के बाद अब फिर से सुरंग में दरारें दिख रही है। कई दरारों पर नमी भी देखी जा सकती है।उन्होंने बताया कि सुरंग बनाते समय भी मठियाण गांव के कई घरों में दरारें पड़ गई थी लेकिन अभी तक न तो उसका ट्रीटमेंट किया गया और न ही प्रभावितों को मुआवजा दिया गया है।उन्होंने कहा कि जिस तरह सुरंग में पड़ी दरारों में नमी दिख रही है। ऐसे में भू-वैज्ञानिकों से जांच कराना जरूरी है। सुरंग में दरारें पड़ने की सूचना पर शुक्रवार को एडीएम रामजी शरण शर्मा ने बीआरओ के साथ सुरंग का निरीक्षण किया। इस दौरान बीआरओ के अवर अभियंता एनएस कोटवाल ने बताया कि इस तरह के ज्वाइंट हर टनल में होते हैं जो गर्मियों में फैलते हैं और सर्दियों में सिकुड़ते हैं। इससे चिंतित होने की जरूरत नहीं है। टनल का स्ट्रक्चर पूरी तरह से सुरक्षित है।