उत्तराखंड: महाराज के विधान परिषद के बयान पर गोदियाल का वार
बीते दिनों पूर्व सीएम हरीश रावत के राज्य में विधान परिषद के गठन के बयान के बाद प्रदेश में शुरू हुई राजनीति में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के बाद अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी सामने आए हैं। हरीश के बयान का समर्थन करते हुए गोदियाल ने राज्य सरकार को सलाह दी है कि वह विधानसभा के सदस्यों की संख्या कम करके विधान परिषद का गठन कर सकती है। इससे राज्य पर आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा। उन्होंने मंत्री सतपाल के विरोध का भी करारा जवाब दिया है।
बृहस्पतिवार को कांग्रेस भवन में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए गोदियाल ने कहा कि वर्ष 2002 के कांग्रेस चुनाव घोषणापत्र में राज्य में विधान परिषद के गठन का स्पष्ट उल्लेख था। तब कांग्रेस में रहते हुए सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत ने इसका समर्थन किया था। लेकिन अब भाजपा में जाते ही महाराज को ज्ञान की प्राप्ति हो गई है और वह इसका विरोध कर रहे हैं। बेहतर होता वह भाजपा के घोषणा पत्र को भी पढ़ लेते, जिसमें सरकार के बनते ही लोकायुक्त देने का वादा जनता से किया गया था। गोदियाल ने हरीश रावत की बात का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य में जिन समुदायों को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया, उनकी आवाज विधान मंडल में उठाने के लिए विधान परिषद का गठन किया जाना चाहिए। इसमें राज्य के कला, साहित्य, वैज्ञानिक, बुद्धिजीवियों, पिछडे़, दलितों, पर्यावरविदों और तमाम ख्यातिप्राप्त लोगों को नामित करते हुए राज्य हित में उनके अनुभव का लाभ लिया जा सकता है। जहां तक राज्य में आर्थिक बोझ बढ़ने की बात है तो दूसरे खर्चों में कटौती कर इसे पूरा किया जा सकता है।
गोदियाल ने पीएम मोदी को बताया राजनीतिक यात्री
आगामी दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड आने की बात पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि चुनाव नजदीक हैं तो उनका आना-जाना लगा रहेगा। पीएम मोदी यहां राजनीतिक यात्री के तौर पर आ रहे हैं। उन्होंने पहले भी डबल इंजन मांगकर राज्य की जनता को ठगने का काम किया है और अब भी वही करेंगे। उन्होंने राज्य की जनता से जो वायदे किए थे, उन्हें उनका जवाब देना चाहिए। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बदहाल है। बेरोजगारी के पयादान पर उत्तराखंड लगातार ऊपर चढ़ रहा है।
पांच साल में गड्ढा नहीं भरा तो क्या इस बार खाई बनाएंगे
गोदियाल ने कहा पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि गड्ढा बहुत बड़ा है, उन्हें इसे भरने के लिए पांच साल और चाहिए। उन्होंने 60 पार का नारा दिया है। गोदियाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब पांच साल में गड्ढा नहीं भर पाए तो अब 60 सीटें पाकर क्या राज्य में नई खाई बनाकर ही छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में अब परिवर्तन की बयार चल पड़ी है। जिसका आभास भाजपा के नेताओं को हो गया है। इसलिए ऐसे अंतर्गल बयान देकर जनता का ध्यान बांटना चाह रहे हैं। उन्होेंने कहा कि अब जनता जूमलेबाजी में नहीं आने वाली है। इस बार राज्य में कांग्रेस की सरकार बनना तय है।