क्यों फिल्मों में नहीं आना चाहती थीं परिणीति चोपड़ा
बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा आज यानी 22 अक्टूबर को अपना 29वां जन्मदिन मना रही हैं. भले ही परिणीति को फिल्म इंडस्ट्री में आए हुए ज्यादा वक्त नहीं हुआ लेकिन उन्होंने खुद ही फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई. दरअसल, परिणीति ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 2011 में आई फिल्म ‘लेडीज वर्सेज रिकी बहल’ से की थी. इस फिल्म में वह सपोर्टिंग रोल में नजर आईं थी लेकिन फिल्म में उनके काम को काफी पसंद किया गया था. इसके बाद वह 2012 में आई फिल्म ‘इश्कजादे’ में अर्जुन कपूर के साथ लीड रोल में नजर आईं. इस फिल्म में भी उनकी एक्टिंग को काफी पसंद किया गया. हालांकि, 2011 में फिल्मों में आने से पहले परिणीति की फिल्मों को लेकर सोच काफी अलग थी. परिणीति को एक्टिंग और एक्टर्स इसलिए पसंद नहीं थे क्योंकि उन्हें काफी सारा मेकअप करना पड़ता था और इसलिए वह इस प्रोफेशन में नहीं आना चाहती थीं, लेकिन बाद में अपनी कजिन प्रियंका को और उनके काम को देख परिणीति की यह सोच बदल गई और उन्होंने फिल्मों में आने का फैसला किया.
वैसे क्या आप जानते हैं कि परिणीति को शास्त्रीय संगीत की भी जानकारी है और उन्होंने म्यूजिक में बीए किया है. इतना ही नहीं फिल्मों में आने से पहले वह यश राज फिल्म्स में पब्लिक रिलेशन कंसलटेंट के तौर पर काम करती थीं और इसे एक परफेक्ट जॉब भी मानती थीं, लेकिन बाद में उन्होंने फिल्मों में आने का फैसला किया. अपने इस काम के दौरान उन्होंने ‘दिल बोले हड़िप्पा’, ‘रॉकेट सिंह’, ‘बदमाश कंपनी’, ‘लफंगे परिंदे’ और ‘बैंड बाजा बारात’ जैसी सफल फिल्मों में मैनेजमेंट का काम संभाला.