राहुल की एक और सियासी चूक

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर राजनीतिक चूक कर बैठे। छत्तीसगढ़ में बसपा ने कांग्रेस की बजाय अजीत जोगी के साथ गठबंधन करके चुनाव में उतरने का फैसला किया हैं राहुल के लिए इसे बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है। इससे पहले भी कांग्रेस कई राजनीतिक चूक कर बैठी है। जिसका फायदा बीजेपी ने उठाया था।

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस की बजाय अजीत जोगी के साथ गठबंधन कर छत्तीसगढ़ के रण में उतरने का फैसला किया है। मायावती का ये फैसला राहुल गांधी के लिए राजनीतिक रूप से बड़ा झटका माना जा रहा है। ये पहली बार नहीं है कि राहुल सहयोगी दलों को साधने में फेल साबित हुए हैं बल्कि इससे पहले कर्नाटक, हरियाणा, झारखंड, त्रिपुरा जैसे राज्यों में गच्चा खा चुके हैं।

एक दशक से भी अधिक समय से राजनीति में सक्रिय राहुल गांधी छत्रपों के साथ-साथ अपनी ही पार्टी के कई नेताओं को भी अपने साथ जोड़कर नहीं रख पाए। राहुल की इसी चूक का फायदा बीजेपी ने उठाया। बीजेपी कांग्रेस के नाराज नेताओं को अपने पाले में लाकर यूपी और पूर्वोत्तर के कई राज्यों की सत्ता को फतह करने में कामयाब रही।

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे 2019 के लोकसभा चुनाव पर पड़ना स्वाभाविक है। इसके मद्देनजर कांग्रेस नेता बसपा के साथ गठबंधन के लिए लालायित थे। छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश के अध्यक्ष कमलनाथ बसपा के साथ गठबंधन करने की इच्छा कई बार सार्वजनिक रूप से जाहिर करते रहे हैं।

इसके बावजूद कांग्रेस बसपा को अपने साथ नहीं रख पाई। अजीत जोगी कांग्रेस के नाक के नीचे से बसपा को अपने पाले में ले आए। राहुल भले ही पूरे जोश के साथ घूम रहे हों और विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मायावती के साथ गठबंधन करने में सफल नहीं हो सके। इसका खामियाजा कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनावों में उठाना भी पड़ सकता है।

कांग्रेस नेता भी मानते हैं कि छत्तीसगढ़ में बसपा से गठबंधन न होने के चलते करीब दो दर्जन सीटों पर नुकसान पार्टी को हो सकता है। इसी तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को करीब 50 विधानसभा सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा सकता है। पिछले चुनाव में बसपा को 4 सीटों के साथ करीब 7 फीसदी वोट मिले थे और 80 सीटें ऐसी थी। जहां बसपा को 10 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। अब दलित-अदिवासी बहुल सीटों में जोगी-माया की जोड़ी कांग्रेस की सत्ता में वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है।

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