परिवर्तन यात्रा की शुरुआत प्रीतम सिंह अपनी जन्मभूमि-कर्मभूमि चकराता के प्रसिद्ध महासू देवता के मंदिर से करेंगे
आगामी 21 जनवरी से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में परिवर्तन यात्रा की शुरुआत होगी. परिवर्तन यात्रा के पहले चरण की शुरुआत प्रीतम सिंह अपनी जन्मभूमि-कर्मभूमि चकराता के प्रसिद्ध महासू देवता के मंदिर से करेंगे. उनकी परिवर्तत यात्रा का समापन 25 जनवरी को ऋृषिकेश में गंगा आरती के साथ होगा. इसके बाद राज्य के अलग-अलग इलाकों में यात्रा के चार चरण और होंगे. नेता विपक्ष इंदिरा हृदयेश और पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय प्रदेश कांग्रेस की इस परिवर्तन यात्रा में प्रीतम के साथ चलने को तैयार हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि बात कांग्रेस की है. लेकिन परिवर्तन यात्रा को लेकर हरीश रावत का क्या रुख रहेगा, फिलहाल साफ नहीं है.
ऐसे में बीजेपी सरकार की नाकामियां गिनाने और परिवर्तन की बात समझाने जा रहे प्रीतम सिंह के लिए चुनौती बड़ी है. सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि बीजेपी के खिलाफ परिवर्तन यात्रा निकाल रहे प्रीतम सिंह, क्या खुद के प्रति बाकी नेताओं का मन-परिवर्तन कर पाएंगे.
दूसरा मन परिवर्तन प्रीतम सिंह को उस कांग्रेस कार्यकर्ता का करना है, जो इस कन्फ्यूज़न में है कि राज्य में कांग्रेस का नेता है कौन ? कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए मुश्किल ये है कि न तो उसे सही कमांड मिल रहा है और न ही नई प्रदेश कार्यकारिणी. ऐसे में बुझे मन से काम में जुटे कार्यकर्ता और बड़े नेताओं का मन-परिवर्तन करना ही प्रीतम सिंह की परिवर्तन यात्रा की सबसे बड़ी चुनौती है.