2020 में कोरोना की चुनौती के बीच UP में लूट में 37% और बलात्कार में 19% आई कमी: एडीजी प्रशांत कुमार
लखनऊ: वर्ष 2020 के आज अंतिम दिन 31 दिसंबर को राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस नें एक ओर जहां इस वर्ष की अपनी उपलब्धियो की जानकारी दी. वहीं दूसरी ओर 2021 में यूपी पुलिस के लक्ष्यों की जानकारी देते हुए युवा जोश और युवा सोच के साथ UP की जनता की सेवा किये जाने की बात कही. पुलिस मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने 2020 को यूपी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती वाला वर्ष बताया. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान य़ूपी पुलिस द्वारा बेहद सराहनीय कार्य किया. उन्होंने बताया कि 12000 से अधिक पुलिसकर्मी कोराना संक्रमित हुए और 65 पुलिसकर्मियों की संक्रमण के कारण मौत हुई.
अपराधों में हुई कमी
एडीजी ने पूरे साल डकैती में 20%, लूट में 37%, हत्या में 5%, फिरौती-अपहरण में 15%, गृहभेदन में 26% और बलात्कार जैसे जघन्य अपराध में न सिर्फ 19% कमी आने का दावा किया. बल्कि कहा कि इस वर्ष कोई भी साम्प्रदायिक या जातीय घटना न होने के साथ कोविड-19 की गाइडलाइन्स का पालन कराते हुए सभी धर्मो के कार्यक्रम का सफल आयोजन कराया गया.
50 हजार के इनामी 15 बदमाश एनकाउंटर में मारे गए
प्रशांत कुमार ने बताया कि इस वर्ष एसटीएफ के सहयोग से 50000 से ऊपर के 15 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए. 74 अपराधी गिरफ्तार हुए. 1772 गैंग रजिस्टर कर गैंगस्टर एक्ट के तहत माफियाओं और अपराधियों की 668 करोड़ 5 लाख 63 हजार 352 रूपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की गई. वहीं 199 अपराधियो के खिलाफ राष्टीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत भी कार्रवाई की गई.
महिला सुरक्षा पर दिया गया ध्यान
एडीजी ने बताया कि इस वर्ष महिलाओ की सुरक्षा के लिए भी यूपी पुलिस द्वारा आपरेशन मिशन शक्ति शुरू किया गया. जिसके तहत महज ढाई माह के भीतर प्रदेश के 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना कर महिलाओ की शिकायतो पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है. 1621 एंटी रोमियो स्कावायड द्वारा 3,36,912 स्थानों पर 15,29,177 लोगों को चेक किय गया. सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत राजधानी लखनऊ के 100 संवेदनशील स्थलो पर पिंक बूथ, 100 दोपहिया पिंक पेट्रोल के साथ 10 चार पहिया पिंक पेट्रोल वाहन द्वारा पेट्रोलिंग एवं गश्त कराई जा रही है.
नए साल में भर्ती और प्रमोशन
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि नए वर्ष में पुलिस बल को मजबूत बनाने के लिए आरक्षी और उपनिरीक्षक समकक्ष के 52 हजार 823 पदों पर भर्ती की जाएगी. पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए 32861 विभिन्न अराजपत्रित पदों पर प्रमोट करने के साथ 92 इंस्पेक्टर को डिप्टी एसपी, 18 पीपीएस अधिकारियों को आईपीएस पद पर प्रमोट किया जाएगा. साथ ही 3026 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को विभिन्न पदको से भी सम्मानित किय जाएगा.
2021 में ये रहेगी चुनौती
उन्होंने 2021 में पुलिस के लक्ष्य का जिक्र करते हुए महिला एवं बाल सुरक्षा, माफिया एवं संगठित अपराध और अपराधियो की सतत निगरानी के साथ उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई, साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के साथ जहां कोविड-19 के वैक्सीन आने पर उसके भंडारण, ट्रांसपोटेशन और वितरण के दौरान शांतिपूर्ण व्यवस्था बनाये रखने को अपनी सबसे बड़ी चुनौती बताया. उन्होंने कहा कि आगामी निकाय चुनाव के साथ आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव की चाक-चौबंद तैयारियों के साथ पुलिस के बेहतर व्यवहार और हाइटेक ट्रेनिंग उनका लक्ष्य है. 2021 में यूपी पुलिस द्वारा युवा जोश और युवा सोच के साथ प्रदेश की जनता की सेवा करेगी.