संसद के मानसून सत्र की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस सतर्क
नई दिल्ली: पहले जम्मू में ड्रोन हमला और फिर लखनऊ से अलकायदा के आतंकियों की गिरफ्तारी के बीच सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है. इस बीच दिल्ली बॉर्डर पर कई महीनों से जमे किसान भी संसद घेराव की बात कर रहे हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अलावा तमाम सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं. नई दिल्ली जिला के डीसीपी दीपक यादव ने बताया है कि संसद का सत्र शुरू है. फुलप्रूफ सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. हमारी फोर्स के अलावा अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था हमारे लिए मोस्ट प्रायोरिटी पर है . इसके साथ दीपक यादव ने बताया कि ड्रोन या दूसरे हवा में उड़ने वाले उपकरणों पर सख्त पाबंदी है. सेंट्रल एजेंसियों भी अलर्ट हैं और हमारे साथ उनका सामंजस्य है. जबकि सुरक्षा और कोविड गाइडलाइंस के मद्देनजर जंतर मंतर पर कोई राजनीतिक निजी या अन्य किसी प्रकार की भीड़ प्रदर्शन की अनुमति नहीं है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव ने भी कल पहली बार किसान आंदोलन की तीनों साइट सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर का दौरा करने के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया था. जबकि कमिश्नर का यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि संसद सत्र के दौरान किसानों नेताओं ने संसद घेराव और जंतर मंतर पर आकर प्रदर्शन करने का ऐलान भी किया है जिसको लेकर कल दिल्ली पुलिस और किसानों के नेताओं की एक अहम बैठक भी हुई थी, जिसमें पुलिस ने कोविड गाइडलाइंस का हवाला देकर किसी भी जगह प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है. एक राउंड की बातचीत के बाद पुलिस और किसानों के नेताओं के बीच फिर से चर्चा होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं.