उत्तर प्रदेश चुनाव: प्रियंका का ‘मिशन लखीमपुर’ जारी, प्रधानमंत्री के ‘न्यायप्रिय’ होने पर उठाए सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून बिल को वापस लेने की घोषणा तो जरूर कर दी, लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे को छोड़ने वाली नहीं है। कम से कम प्रियंका गांधी की शनिवार सुबह हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रियंका गांधी ने जिस तरीके से लखीमपुर खीरी में हुए किसानों के नरसंहार मामले को प्रधानमंत्री मोदी के लखनऊ दौरे के दौरान उठाया, उससे एक बात स्पष्ट है कि कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी मामले में पूरी तरीके से आक्रामक रुख अख्तियार किया हुआ है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक लखीमपुर मामले में प्रियंका गांधी ने अपनी कोर कमेटी के साथ कुछ चुनिंदा बिंदुओं पर चर्चा की है, जिसे अगले कुछ दिनों में अमल में लाया जाएगा।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी और कोर कमेटी ने यह तय किया है कि अगले कुछ दिनों में लखीमपुर में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार से उनकी कमेटी के सदस्य न सिर्फ मिलेंगे, बल्कि मृतकों के परिवारवालों की ओर से भी इस बात को लेकर आवाज उठाई जाएगी कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। इसके लिए प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जिम्मेदारी सौंपी है। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी के कुछ चुनिंदा नेताओं ने शुक्रवार रात को मृतक किसानों के परिजनों से बात भी की। चर्चा तो इस बात की भी थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ दौरे के दौरान मृतक किसानों के परिजनों को लखनऊ बुलाया जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर अपनी नाराजगी जताकर विरोध किया जाए। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि चुनावों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अभी कई रैलियां और दौरे उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित हैं। इस दौरान तराई इलाके के जिस जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाएंगे, वहां पर मृतक किसानों के परिजन भी जाकर प्रधानमंत्री से मुलाकात कर हत्यारों को फांसी देने से लेकर पूरे मामले में न्याय की मांग करेंगे। सूत्रों का कहना है सिर्फ इसी मामले में नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में हुए ऐसे तमाम जघन्य अपराधों के मामले में मृतकों के परिजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी रैलियों में पहुंचेंगे।

प्रधानमंत्री के न्यायप्रिय होने पर सवाल
लखनऊ में शुरू हुए उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को अपने मंच पर न बिठाने की मांग की। प्रियंका गांधी ने कहा लखीमपुर में हुए किसानों के नरसंहार के आरोपी के पिता गृह राज्य मंत्री हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब न्याय की बात करते हैं तो आरोपी के पिता को मंच पर कैसे बिठा सकते हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के साथ मंच साझा नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें तत्काल ही मंत्रिमंडल से निकालना चाहिए। प्रियंका ने कहा कि अगर सच में प्रधानमंत्री न्यायप्रिय होने की बात करते हैं, तो उन्हें इस पर अमल भी करना चाहिए। इस पूरे मामले में लखीमपुर खीरी पिपरिया में मृतक किसान के परिजन सुखबीर सिंह कहते हैं कि वे तब तक आंदोलनरत रहेंगे, जब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे को सजा नहीं हो जाती और गृह राज्य मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं कर दिया जाता।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *