देश को विकसित बनाना है तो विरासत का सम्मान करना पड़ेगाः सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गाजीपुर पहुंचे। पीजी कॉलेज के संस्थापक राजेश्वर सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजीपुर में शिक्षा की अलख जगाने वाले बाबू राजेश्वर सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर अभिभूत हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को विकसित बनाना है तो अपनी विरासत का सम्मान करना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने जब गाजीपुर को मेडिकल कॉलेज दिया तो हमने अतीत का सम्मान करते हुए महर्षि विश्वामित्र के नाम पर नामकरण किया। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे ही आजमगढ़ में विश्वविद्यालय बनाया गया तो महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखा गया। क्योंकि एक हजार साल पहले उन्होंने विदेशी आक्रांताओं से देश की रक्षा करने का काम किया था। यही तो है विरासत के प्रति सम्मान प्रकट करने का तरीका। सीएम योगी ने कहा कि बीच के काल में यहां की पहचान को धूमिल करने का प्रयास हुआ। गाजीपुर और आजमगढ़ में तमाम क्षमताएं थीं। एक बहुत बड़ी विरासत हमारे पास थी। लोगों के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया। लेकिन बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति की। मिशन मोड में काम किया।
1957 में गाजीपुर डिग्री कॉलेज की स्थापना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजेश्वर सिंह ने आजादी के पूर्व जन्म लिया। इलाहाबाद विवि से स्नातक और लॉ की डिग्री लेने के बाद यहां प्रैक्टिस की। जब देश आजादी के प्रथम समर का शताब्दी समारोह आयोजित कर रहा था तो 1957 में गाजीपुर डिग्री कॉलेज की स्थापना की। वह आज पीजी कॉलेज के रूप में 10 हजार छात्र-छात्राओं की शिक्षा का केंद्र बना है।