ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएचबी) के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का निधन
देश में मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन ‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का बृहस्पतिवार को लखनऊ में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। मौलाना नदवी के इंतकाल से मुस्लिम जगत में शोक की लहर है। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने नदवी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपने ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में नदवी के निधन की जानकारी दी है।
बोर्ड के वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मौलाना नदवी पिछले काफी समय से बीमार थे और बृहस्पतिवार अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे उन्होंने लखनऊ स्थित इस्लामी शिक्षण संस्थान नदवतुल उलमा (नदवा) में आखिरी सांस ली। मौलाना फरंगी महली ने बताया कि नदवी को चार दिन पहले निमोनिया होने पर उनके रायबरेली स्थित घर से लखनऊ लाया गया था। उनके परिवार में तीन बेटियां हैं। उन्होंने बताया कि मौलाना नदवी पिछले करीब 21 साल से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष थे। शुक्रवार सुबह आठ बजे रायबरेली में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। इस्लामी जगत की कद्दावर हस्तियों में शुमार किए जाने वाले मौलाना राबे हसनी नदवी के निधन पर मुस्लिम जगत में शोक की लहर है। भारत में मुसलमानों के सबसे बड़े सामाजिक संगठन जमीयत उलमा-ए-हिंद ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष के निधन पर मौलाना महमूद असद मदनी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मौलाना नदवी का व्यक्तित्व, विश्वास, कार्य, धर्मगत ज्ञान अपने आप में मिसाल है। संगठन के अध्यक्ष महमूद मदनी ने कहा कि मौलाना नदवी एक महान शिक्षक, ईमानदार प्रचारक और एक गहन विचारक थे, जिनका योगदान विद्यार्थी, धार्मिक, साहित्यिक और राजनीतिक दुनिया में सदैव याद रखा जाएगा। विश्व विख्यात इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना अब्दुल कासिम नोमानी ने भी मौलाना नदवी के निधन पर गहरा अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि उनका निधन मुस्लिम जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद के महासचिव शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘मौलाना नदवी मुस्लिम दुनिया के एक महान बुद्धिजीवी और आलिम थे। उनके निधन से मुस्लिम दुनिया को अपूरणीय क्षति हुई है। मौलाना नदवी की सेवाओं के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि मौलाना नदवी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर रहते हुए मुस्लिम कौम की समस्याओं को हल करने की कोशिश की और मुस्लिम एकता के अलमबरदार रहे। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार के एकमात्र मुस्लिम मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने नदवा जाकर मौलाना नदवी को ‘खिराज-ए-अकीदत’ पेश की। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘मौलाना नदवी ने हमेशा मुस्लिम कौम की तालीम के लिए काम किया। मानवता के प्रति उनकी सेवाओं को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वह निश्चित रूप से इस्लामी जगत की बहुत बड़ी हस्ती थे। उनका जाना एक बहुत बड़ा नुकसान है।’’ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर मौलाना नदवी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदर हजरत मौलाना राबे हसनी नदवी साहब का इंतकाल, बेहद दुःखद। शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं। भावभीनी श्रद्धांजलि।’’ बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट कर मौलाना नदवी के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘‘मौलाना नदवी के निधन की खबर अति-दुःखद है। उनके परिवार तथा दुनिया भर में रहने वाले उनके तमाम चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।