Politics: नए संसद के उद्घाटन पर ‘दिग्गी’ ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न तो नए संसद भवन के शिलान्यास में और न ही उद्घाटन में महामहिम राष्ट्रपति को बुलाया जा रहा है। हमारी आदिवासी महिला राष्ट्रपति का जो अपमान हुआ है, उसके कारण विपक्ष इस आयोजन में सम्मिलित नहीं हो रहा है। दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के डीके वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा, नरोत्तंम मिश्रा के बयानों को वे गम्भीरता से नहीं लेते। यहां तक कि वे उनके बयान भी सुनना पसंद नहीं करते। उनकी बात में न तो गंभीरता है और न ही राजनीति। वे केवल झूठे प्रकरण बनवाने में ही माहिर हैं। दिग्विजय सिंह का निमाड़ में तीन दिवसीय दौरा आज से शुरू हुआ है। खंडवा जिले के पंधाना पहुंचने पर उन्होंने यहां मंडल और सेक्टर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से चर्चा की। यहां उन्होंने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर जुबानी हमला बोला। कहा, नरोत्तम मिश्रा के जो बयान होते हैं, उन्हें मैं गंभीरता से नहीं लेता। उनकी बात मैं गम्भीरता से सुनता भी नहीं हूं। वो सिर्फ झूठे प्रकरण बनवाते हैं। धौंस डपट करते हैं।
गौरतलब है कि गृहमंत्री ने कहा था कि डीके शिवकुमार मप्र में आ रहे हैं। लेकिन, उनकी जरूरत ही नहीं है। क्योंकि यहां पहले से ही डी यानी दिग्विजय सिंह और के यानी कमलनाथ हैं। इन्हें चाहिए कि घर में बैठे अरुण यादव, सुरेश पचौरी जैसे नेताओं को बाहर निकालें और उन पर विश्वास करें। दिग्विजय सिंह यहां नए संसद भवन के मुद्दे पर भी बोले। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के आर्टिकल-79 में ये उल्लेखित है कि पार्लियामेंट महामहिम के डायरेक्शन पर चलता है। उनकी दस्तखत के बगैर न कोई संसद की बैठक हो सकती है और न ही संसद का कोई कार्यक्रम चल सकता है। ऐसे पद का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपमान किया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा न तो नए संसद भवन के शिलान्यास में और न ही उद्घाटन में महामहिम राष्ट्रपति को बुलाया जा रहा है। हमारी आदिवासी महिला राष्ट्रपति का जो अपमान हुआ है, उसके कारण विपक्ष इस आयोजन में सम्मिलित नहीं हो रहा है। बता दें कि राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि नए संसद भवन का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति के हाथों करवाना चाहिए।