Gyanvapi: ‘जब तक कोर्ट का आदेश नहीं आता, तब तक ज्ञानवापी में ASI सर्वे नहीं होने देंगे’, मसाजिद कमेटी का बयान

लोकतांत्रिक तरीके से सर्वे का विरोध किया। एएसआई की टीम ने पूरा सहयोग किया। हमारा बस इतना ही कहना है कि अदालत आदेश दे तो सर्वे का काम होगा। यह कहना है ज्ञानवापी में एएसआई के सर्वे का काम रोकने के सवाल पर अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन का…। सैयद मोहम्मद यासीन ने गुरुवार को कहा कि अदालत ने एएसआई को दो सितंबर तक सर्वे की रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था। इस तरह से अदालत के आदेश से स्पष्ट है कि सर्वे का काम दो सितंबर तक ही होना था। इसके बाद अदालत ने अपने आदेश में सर्वे की तिथि नहीं बढ़ाई।

दो सितंबर के बाद हुआ सर्वे अमान्य

ऐसे में दो सितंबर से छह सितंबर तक ज्ञानवापी में हुआ सर्वे पूरी तरह से अमान्य है। जो भी काम हो, वह कानून के दायरे में न्यायोचित तरीके से हो। जब तक इस संबंध में अदालत का स्पष्ट आदेश नहीं आएगा, तब तक ज्ञानवापी में सर्वे नहीं होने दिया जाएगा। एएसआई की टीम सर्वे करने आएगी तो शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कराएंगे। मसाजिद कमेटी के विरोध पर एएसआई के अधिकारियों का कहना था कि सर्वे की समय सीमा बढ़ाने के लिए अदालत में अर्जी दी गई है। इस पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है। अदालत ने सर्वे पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई है, इसीलिए सर्वे करने आए हैं। हालांकि, पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की बातचीत के बाद भी मसाजिद कमेटी ने सर्वे के लिए हामी नहीं भरी तो एएसआई के अफसर और उनके वर्कर ज्ञानवापी स्थित मस्जिद में प्रवेश नहीं किए।

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