महिलाओं में खतना को लेकर आया सर्वे
बोहरा समुदाय (मुस्लिम) की महिलाओं में खतना को लेकर एक एनजीओ का सर्वे आया है जिसमें कई बातों का खुलासा हुआ है। इस सर्वे के आंकड़े इंटरनेशनल डे ऑफ जीरो टॉलरेंस टू एफजीएम के मौके पर जारी किए गए हैं।
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, एनजीओ साहियो के द्वारा किए गए ऑनलाइन सर्वे में दाऊदी बोहरा समुदाय की 70 फीसदी महिलाओं ने बताया है कि उनका खतना (एफजीएम यानी फीमेल जिनेटियल मल्टीलैशन) एक अप्रशिक्षित कर्मी द्वारा किया गया था। एनजीओ के मुताबिक यह सर्वे बोहरा समुदाय में चल रही महिलाओं के खतना की कुप्रथा को स्थिति समझने के लिए किया गया है।
सर्वे में 385 महिलाओं ने खतना कुप्रथा को लेकर अपने अनुभव साझा किए। सर्वे में जो हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है वह यह है कि 81 फीसदी महिलाओं ने माना कि उन्हें खतना से गुजरना पड़ा है। जबकि सर्वे में सबसे अच्छी बात यह सामने आई है कि 82 फीसदी महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अपनी बच्चियों को इस कुप्रथा से नहीं गुजरने दिया। यानी उन्होंने अपनी बच्चियों का खतना नहीं होने दिया।