कैलाश मानसरोवर मार्ग पर बादल फटा
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में कैलाश मानसरोवर मार्ग में मांगती नाला व मालपा में आज तड़के बादल फटने से व्यापक तबाही हुई है। जिसके बाद 11 लोग लापता थे। इसमें सेना के सात जवान एक जेसीओ और तीन अन्य लोग शामिल हैं। सेना के चार जवान व एक जेसीओ सुरक्षित मिल गए हैं।
आपदा में चार लोगों की मौत हो गई है। एक महिला काली नदी में बहते हुए नेपाल की तरफ सुरक्षित पहुंची है। सोमवार सुबह मानसरोवर मार्ग में बादल फट गया। आफत की बारिश में मालपा में तीन मकान ध्वस्त हो गए। इस आपदा के बाद सेना के तीन जवान व तीन अन्य लोगों में से चार की मौत हुई है, एक महिला काली नदी में बहते हुए नेपाल की तरफ चली गई है।
बताया जा रहा है कि वह जिंदा है। इस आपदा में 16 खच्चर, 2 सेना के वाहन भी मांगती नाले में बह गए हैं। प्रशासन ने कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में हुए व्यापक नुकसान के बाद मानसरोवर यात्रा फिलहाल रोक दी है। सरकार रेस्क्यू के लिए हेलिकॉप्टर भेज रही है। आपदा को देखते हुए धारचूला में ही हेलिकॉप्टर तैनात रहेगा। आईटीबीपी, एसएसबी, सेना, एनडीआरएफ की टीम बचाव राहत में जुटी है।
आपको बता दें कि रविवार को हिमाचल प्रदेश में मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भीषण भूस्खलन की चपेट में हिमाचल रोडवेज की दो बसों के आने से कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि दोनों बसों में 50 से अधिक लोग सवार थे। बादल फटने से यह भीषण भूस्खलन हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि अब तक 46 शव बरामद किए गए हैं और इनमें से 23 की पहचान कर ली गई है।