कहां हैं अच्छे दिन: शिवसेना

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज हादसे को लेकर बीजेपी की सहयोगी पार्टी ने सवाल उठाया है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में छपे एक सम्पादकीय में यूपी सरकार की तीखी आलोचना की और लिखा कि सिद्धार्थनाथ को तत्काल हटा देना चाहिए. शिवसेना के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में 70 लोगों की मौत सामूहिक बाल हत्याकांड है.

सामना में लिखा, “गरीबों की दुख और वेदना से राजनेताओं का मन दुखी नहीं होता. यह हमारी स्वतंत्रता का अपमान है. यह वेदना गरीबों के मन की बात है लेकिन उसे समझने की बजाय उसका मजाक उड़ाया जा रहा है.” बता दें कि यूपी में मंत्री सिद्धार्थनाथ ने कहा था कि “अगस्त महीने में बच्चों की मौत होती ही है.”

सामना के मुताबिक उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के एक बयान पर पूरे देश में टीका-टिप्पणी हुई. लेकिन गोरखपुर को लेकर वैसे सवाल नहीं उठाए गए. “गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का क्षेत्र है. यहां बच्चों की मौत का तांडव मनुष्यता और शासन पर कलंक है. अस्पताल में ऑक्सिजन की आपूर्ति बंद हुई और 70 बच्चों की जान चली गई. ऑक्सिजन की आपूर्ति करने वाली कंपनी के बिल समय पर भरे नहीं गए थे. सरकार ने बिल रोका जिसकी वजह से ऑक्सिजन की आपूर्ति बंद हुई. इस वजह से 70 मौतें हुई. ये हत्याकांड है, इसकी जवाबदारी कौन लेगा”?

गरीबों के अच्छे दिन कहां हैं?
सामना ने प्रधानमंत्री के नारे अच्छे दिन पर भी सवाल किया. लिखा, “एक दिन बाद हिंदुस्तान की आजादी का दिन आने वाला है. लाल किले से प्रधानमंत्री के भाषण की तैयारियां शुरू हैं. उत्तर प्रदेश में बच्चों की मौत का तांडव हुआ. यह स्वतंत्रता दिवस का अपमान है. केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद सामान्य व गरीबों के जीवन में ‘अच्छे दिन’ की आशा का किरण जगा था. लेकिन वह कहां है? आज भी सरकारी अस्पतालों की हालत ठीक नहीं है.

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