बेटियों की सुरक्षा केवल गर्भ में ही नहीं, सडक पर भी बहुत जरूरी: आतिफ़
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राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ भारत के प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड व विश्व मुस्लिम बोर्ड के प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तराखंड मोहम्मद आतिफ़ ने लगातार सड़को पर लड़कियों के साथ बढ़ रही छेड़छाड़ पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सडक पर चलती लड़कियों से छेड़छाड़, एक शर्मनाक व ज्वलनंत घटना है।
उन्होंने कहा कि लड़कियों की सुरक्षा सिर्फ गर्भ में ही नही सड़क पर भी ज़रूरी है।
सडक पर छेड़छाड़ होती लड़कियों के लिए हम सब को उसकी सहायता करनी होगी। एक हाथ दूसरे को धौता / साफ करता है। सड़क पर आप मेरी बेटी की सुरक्षा की जिम्मेदारी ले। मै/हम आपकी बेटियां की सुरक्षा का वचन देते हैं। बेटियां सब की साझी होती है । आपसी सहयोग के लिए ही तो समाज का निर्माण हुआ है।श्री आतिफ़ ने अभिभावकों को अपनी
बेटीयों को घर पर पर्याप्त समय देने की बात कही। ताकि बेटी प्रतिदिन की दिनचर्या अपने अभिभावकों के साथ फ्रेंडली शेयर कर सके व माता पिता समय पर चेते व समय रहते आवश्यक कार्यवाही कर सके, अपनी बेटी को उचित सलाह व सहयोग दे सकें साथ ही श्री आतिफ़ ने
छेड़छाड़ की घटना को नजरअन्दाज़ (इग्नोर) करने का विरुद्ध करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज करने का मतलब होता है के छेड़छाड़ करने वालों को बढावा देना
उत्तराखंड सरकार से अपील करते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश व हरियाणा की तरह महिला हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था कराने की बात कही और साथ ही पूरे भारत के लिए पुलिस कन्ट्रोल रूम नंबर 100 का अविलम्ब सहयोग लेने की बात कही।महिलायें किसी परिस्थित में ख़ुद का असहाय महसूस न करे पुलिस उनकी बातों को ना सुनती हो या लोकलाज के डर से अपने उत्पीड़न की शिकायत पुलिस को या अन्य किसी अधिकारी अथवा परिवारजनो को बताने से डरती हो, उपरोक्त परिस्थितियों में किसी भी समय निसंकोच हमसे बात करे। हम आपकी यथासम्भव मदद करेंगे।और सरकार तक आपकी आवाज बनेगे।