हरे पेड़ों पर चली आरियां
हरिद्वार (Anil Bisht)। एक तरफ प्रदेश सरकार जहाँ पेड़ लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दे रही हैं वहीं दूसरी तरफ वन विभाग हरे पेड़ काटने की अनुमति दे प्रदेश सरकार की पर्यावरण बचाने की मुहिम को पलीता लगाने पर तुला हुआ हैं। ताजा मामला कनखल दक्ष रोड़ का हैं जहां एक खाली पड़े भूखंड पर सालों से खड़े आम के भूखंड स्वामी ने पेड़ों के साथ अन्य पेड़ों पर आरियां चलवाकर धराशायी कर दिया । एक समय था जब इस क्षेत्र में कभी आम, अमरूद और लीची के सैकड़ों बाग हुआ करते थे । लेकिन भूमाफियाओं ने हरे भरे बागों को उजाड़ कर कंक्रीट के जंगल उगा दिये। बताते चलें कि कुछ दिनों पूर्व भी इसी स्थान पर बिना किसी विभागीय स्वीकृति के रातो रात हरे पेड़ों की लाॅपिंग की गई थी। शेष बचे बाग भी विभागीय भूमाफियाओं की मिलीभगत के चलते उजड़ने की कगार पर है। उधर वन विभाग के रेंजर का कहना हैं कि भूखंड स्वामी को 8 हरे पेड़ों के कटान की अनुमति दी गई हैं। जो अतिरिक्त पेड़ काटे हैं छूट प्रजाति के हैं।
गौरतलब है कि पूववर्ती सरकार ने वनमाफियों को लाभ देने के चक्कर कई फलदार पेड़ों को छूट प्रजाति में शामिल कर दिया था। फलदार पेड़ों के छूट प्रजाति में शामिल होने के बाद से वनमाफियाओं व भूमाफिया दोनों चांदी काट रहें हैं।