दांपत्य जीवन में जहर घोल देता है संदेह

www.kaumiguldasta.com : अब महिलाएं भी बाहर के कामों को बखूबी करने लगी हैं। ऐसे में महिलाएं और पुरुष एक.दूसरे के संपर्क में आए बिना नहीं रह सकते। दोनों मिलजुल कर ही हर क्षेत्र का काम संभाल रहे हैं। अब हर जगह पति और पत्नी साथ काम करें यह तो असंभव है। इसलिए उन्हें अपने काम में किसी दूसरे पुरुष या महिला की सहायता लेनी ही पड़ती है। ऐसे में यदि पति और पत्नी हर किसी में वो की छवि ढूंढेंगे तो इससे परेशानी बढ़ेगी।
यदि पुरुष और महिला आपस में हंसी.मजाक करते हैं तो उसमें कोई बुराई नहीं है।
फिर वैसे भी दूसरों से अपने रिश्ते मधुर बनाने के लिए समाज से संबंध रखना ही पड़ता है और समाज से संबंध तभी कायम होगा जब आप लोगों से बातचीत करेंगे, उनकी मदद करेंगे। यदि आपके साथी को किसी जान.पहचान वाले ने उपहार दिया है या उससे फोन पर बात की है या आपकी गैरहाजिरी में मिला है तो इसलिए नहीं कि वह आपके साथी के करीब आने की कोशिश कर रहा है। ऐसी छोटी.मोटी बातों को लेकर अपने जीवन भर के संबंधों को तोड़ना बुद्धमित्ता नहीं कहलाएगी।
ंदगी में केवल पति.पत्नी और वो का ही रिश्ता नहीं होता। बहुत से ऐसे रिश्ते होते हैं जिनमें जीवन की मधुरता छिपी होती है।
यदि आपका साथी किसी जरूरी विषय पर विपरीतलिंगी से सलाह या जानकारी लेता है तो इस बात को लेकर भड़कना नहीं चाहिए। कोई भी इंसान सर्वगुणसंपन्न नहीं होता। अगर अब भी आप यह सोचते हैं कि आपका साथी कभी भी किसी से बात न करे या उससे न मिले तो यह तो नामुमकिन है। हां, वह किसी विपरीतलिंगी से सामान्य व्यवहार करते.करते सच में उसे वो न बनाने लगे इसके लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।
अपने जीवनसाथी के किसी सहयोगी या मित्र से सामान्य होकर बातचीत करें। अपने मधुर व्यवहार से उसे ऐसा बना लें कि यह लगे ही नहीं कि केवल आपके साथी का मित्र है। इससे आप साथी के मित्र के स्वभाव को तो जान ही जाएंगे साथ ही आपको इस बात की भी जानकारी हो जाएगी कि वह आपके साथी के प्रति कैसा नजरिया रखता है।यदि आपका साथी विपरीतलिंगी की तारीफ कर रहा है तो जले.भुने नहीं बल्कि उनकी हां में हां मिलाएं। इससे आपके साथी का आपके प्रति आकर्षण खुद.ब.खुद बढ़ जाएगा। जहां तक हो सके आप उससे इतनी मधुरता बनाए रखें कि उसके दिमाग में आपके सिवा किसी दूसरे का खयाल ही न आए। दोनों को ही अपने रिश्तेदारों, मित्रों और आफिस के कर्मचारियों के बहकावे में आकर मन में भ्रम नहीं पालना चाहिए और न ही यह सोचना चाहिए कि जो लोग आपको आपके साथी के बारे में बता रहे हैं वे सही हैं और आपका साथी गलत, सही जानकारी पता किए बिना कोई कदम न उठाएं वरना बेवजह आपके संबंधों में कड़वाहट आएगी।
जीवन में कई बार मानसिक तनाव, थकान या परेशानी के कारण इंसान गुस्से में कुछ का कुछ कह जाता है। यदि कभ्ी आपका साथी भी तनाव के कारण आप पर बेवजह बिगड़ कर जानबूझ कर किसी विपरीतलिंगी का जिक्र करता है और उससे अपने संबंधों का बढ़ा.चढ़ा कर बात करता है तो उस समय आप चुप ही रहें। मामला ठंडा होने पर बात खुद ही खत्म हो जाएगी।
यदि किसी समारोह में आपका साथी किसी पुरुष या महिला की सुंदरता, व्यक्तित्व अथवा उसकी पोशाक की तारीफ करता है तो इसे गंभीरता से नहीं लें बल्कि खुद को अपने व्यक्तित्व के अनुसार ढालने की कोशिश करें ताकि आप इतने आकर्षक लगें कि आपका साथी केवल आप तक ही सिमट कर रह जाए।

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