उत्तराखंड: सीएम त्रिवेंद्र ने पीएम मोदी से की मुलाकात, बताया चमोली आपदा का हाल
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में हिमनद व जल संसाधन केंद्र स्थापित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में आई आपदा से हुई जनधन की हानि और उसके बाद चले बचाव अभियान की जानकारी दी। उन्होंने आपदा में तत्काल सहायता के लिए प्रधानमंत्री व केंद्र सरकार का धन्यवाद किया। मंगलवार को नई दिल्ली में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। कहा कि आपदा प्रभावित 13 गांवों में जल व विद्युत व्यवस्था सुचारू कर दी गई है। तीन गांवों में आवागमन के लिए ट्राली संचालित कर दी गई है। समुचित मात्रा में राशन प्रदान किया जा रहा है। ऋषिगंगा आपदा के तुरंत बाद इसरो, डीआरडीओ, आईआईआरएस, एसएएसई, वाडिया इंस्टीट्यूट, जीएसआई व सेंट्रल वाटर कमीशन के वैज्ञानिकों द्वारा स्थलीय सर्वेक्षण किया गया।
उन्होंने पीएम को बताया कि ऋषिगंगा के मुहाने पर अस्थायी रूप से झील बनी है। झील से निकासी को और बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कुंभ मेले की तैयारियों के साथ ही श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की भी विस्तार से जानकारी दी। राज्यों के वित्तीय संसाधनों से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री ने वन भूमि हस्तांतरण के मामलों में राज्य सरकार की परियोजनाओं को केंद्र सरकार की परियोजनाओं की भांति डिग्रेडेड फोरेस्ट पर क्षतिपूरक वृक्षारोपण करने की नीति की आवश्यकता पर बल दिया। बता दें कि आपदा में लापता 204 में से 70 शव और मानव अंग मिल चुके हैं जबकि 134 अभी भी लापता हैं। अब तक तपोवन टनल से करीब 184 मीटर तक मलबा हटाया जा चुका है।
राज्यपाल ने की गडकरी से मुलाकात, प्रधानमंत्री से बुधवार को मिलेंगे
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से शिष्टाचार भेंट हुई। इस दौरान राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री के बीच उत्तराखंड में सड़कों के विकास के संबंध में चर्चा हुई। राज्यपाल आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट करेंगी।