UP: एक सप्ताह में तय होगा योगी मंत्रिमंडल विस्तार का भविष्य!
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा या नहीं एक सप्ताह के भीतर तय हो जाएगा। वहीं संगठन के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों का कहना है कि अब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव बहुत नजदीक हैं। इसलिए किसी भी तरीके का फेरबदल करने की फिलहाल कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि इन सारे मसलों को लेकर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी की बैठक हुई। बीते कुछ महीने से लगातार उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। कई बार इस पर आलाकमान से लेकर प्रदेश स्तर के नेता और प्रभारियों के साथ बैठक भी हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है मंत्रिमंडल का विस्तार तो पिछले महीने ही हो जाना था, लेकिन कुछ विशेष कारणों और अंदरूनी मामलों की वजह से फेरबदल टल गया। जुलाई के पहले सप्ताह में दिल्ली में हुई बैठक के बाद दो बार और इसी मसले पर बैठकर हो चुकी है। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है।
उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार हो या ना हो इस को लेकर बुधवार को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ बैठक हुई। हालांकि इस बैठक का एजेंडा उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं था, लेकिन सूत्रों का कहना है मंत्रिमंडल को लेकर बैठक में चर्चा हुई। सूत्र बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं का यह मानना है कि प्रदेश में चुनाव बहुत नजदीक है। इसलिए अब मंत्रिमंडल विस्तार करने का कोई भी मतलब नहीं बनता है। बैठक में शामिल नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि अब जो मंत्री या विधायक हैं उनको अपने अपने क्षेत्रों में जाकर और ज्यादा जोर से तैयारियों में लग जाना चाहिए। पार्टी के पदाधिकारियों का कहना है अचानक मंत्रिमंडल में किए जाने वाले फेरबदल से कई तरीके की विपरीत परिस्थितियां भी पैदा हो सकती हैं। फिलहाल आलाकमान ऐसी दशा में कैसी भी मान मनौवल की स्थितियों में अपना वक्त बर्बाद करना नहीं चाहता है। यही वजह रही कि संगठन के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में किसी भी तरीके के फेरबदल को न करने की सिफारिश की।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी की शुक्रवार को हुई बैठक में शामिल कुछ नेताओं ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर तय होगा कि उत्तर प्रदेश में फेरबदल होना भी है या नहीं। बैठक में शामिल नेताओं का कहना है भाजपा अकसर चुनाव से पहले फेरबदल के प्रयोग भी करती है। जिस तरीके से उत्तराखंड में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रिमंडल तक में फेरबदल किए गए वह इस बात की तस्दीक करते हैं कि चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी किस तरीके के बड़े और कड़े फैसले लेती है। हालांकि उत्तर प्रदेश में बहुत बड़े फेरबदल की कोई गुंजाइश नहीं है, लेकिन मंत्रिमंडल में थोड़े बहुत फेरबदल की जरूरत गुंजाइश बन सकती है। सूत्रों का कहना है कि एक सप्ताह के भीतर इस बात को तय कर लिया जाएगा कि क्या उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार होगा या नहीं।