बड़ी खबरः मायावती का भाजपा की ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ पर तंज
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने जनता के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा शुरू कर दी है. इस यात्रा को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने आज से अपनी जन आशीर्वाद यात्रा शुरू की है. बेहतर होता अगर पार्टी अपनी इस यात्रा को बाढ़ पीड़ित मदद यात्रा के रूप में निकालती. कोरोना के दौरान भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में सरकार कोरोना नियमों को कितना निभा पाएगी, ये देखने की बात है. इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश में बीएसपी के तत्वाधान में प्रबुद्ध वर्ग के कार्यक्रम हो रहे हैं, तब से भाजपा को काफी बौखलाहट हो रही है. भाजपा बाढ़ की आड़ में भी घिनौनी राजनीति कर रही है. केवल हवाई दौरा करने से बाढ़ पीड़ितों की समस्या हल होने वाली नहीं है.
बता दें कि बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा चार केंद्रीय मंत्रियों से शुरू हुई है. इस दौरान आज तीन मंत्रियों ने लखनऊ, तो एक मंत्री ने मथुरा से अपनी यात्रा शुरू की है. लखनऊ से मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर, लखीमपुर के सांसद अजय मिश्र और महाराजगंज के सांसद पंकज चौधरी ने शुरुआत की है. जबकि बीएल वर्मा ने मथुरा से मोर्चा संभाला है. बता दें कि कौशल किशोर जहां पासी समाज से आते हैं, वहीं अजय मिश्र ब्राह्मण समाज से, तो पंकज चौधरी कुर्मी समाज से आते हैं. जबकि बीएल वर्मा लोधी समाज से आते हैं. भाजपा ने जातीय समीकरण को देखते हुए इन केंद्रीय मंत्रियों की यात्रा के रूट तय किए हैं. जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान जगह-जगह स्वागत सभाएं होंगी. आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में पिछड़ों में सबसे अधिक संख्या यादवों की है तो दूसरे नंबर पर कुर्मी और तीसरे नंबर पर लोध आते हैं. बीएल वर्मा (लोध) की मथुरा से यात्रा की शुरुआत कर पिछड़ों की राजनीति करने वाली समाजवादी पार्टी को मात देने की तैयारी में हैं.