उत्तराखण्ड कांग्रेस में घमासानः प्रीतम सिंह आरोपों से तो हरीश धामी अनदेखी से खफा
देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस के भीतर हलचलों का आलम यह है कि एक तरफ नाराज़ बैठक गुपचुप बैठक करने के मूड में हैं, तो वहीं पार्टी के टुकड़े होने के क़याय भी तेज हो रहे हैं. वास्तव में पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह नाराज़ विधायकों में सबसे बड़ा नाम है और कहा जा रहा है कि देहरादून में होने वाली इस बैठक में वह शामिल हो सकते हैं. लेकिन प्रीतम सिंह कुछ और विधायक भी ऐसी किसी बैठक की बात कबूल नहीं कर रहे. धारचूला विधायक हरीश धामी के बागी तेवर भी सुर्खियों में बने हुए हैं, लेकिन प्रीतम सिंह दावा कर रहे हैं कि कोई भी विधायक कांग्रेस नहीं छोड़ेगा.
कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर करण माहरा और नेता प्रतिपक्ष के रूप में यशपाल आर्या के नाम का जबसे ऐलान किया है, तबसे राज्य में कांग्रेस के कई बड़े नेता बागी तेवर दिखा रहे हैं. प्रीतम सिंह जहां मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मुलाकात करने के लिए खबरों में बने हुए हैं, वहीं हरीश धामी ने साफ कह दिया है कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें नज़रअंदाज़ किया. इस बार बड़ी भूमिका की मांग करने वाले धामी यह कहकर गुस्सा दिखा रहे हैं कि वह सालों से कांग्रेस के लिए अपनी सीट जीत रहे हैं, लेकिन पार्टी नये लोगों को तवज्जो दे रही है. हालांकि प्रीतम सिंह ने ऐसी किसी मीटिंग की बात से इनकार किया है, लेकिन कहा जा रहा है चूंकि कांग्रेस के 19 विधायकों में से करीब 10 नाराज़ हैं और ये दून में गुपचुप बैठक करने जा रहे हैं. यह बैठक बुधवार को होनी थी, लेकिन कुछ विधायकों के दून न पहुंच पाने से टल गई.