पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट में कहा, कि अयोध्या के मेरे तीन दिन के प्रयास को धरना मत कहिए

राजधानी के अयोध्या बायपास के पास हनुमान और दुर्गा मंदिर में नई शराबनीति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सोमवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उमा ने लिखा कि मेरे प्रवास को धरना ना कहें। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखी एक चिट्ठी साझा की। जिसमें नई शराबनीति को लेकर सुझाव दिये हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सो ट्वीट में कहा है कि अयोध्या के मेरे तीन दिन के प्रयास को धरना मत कहिए। 31 जनवरी को नई शराब नीति घोषित हो सकती है। इसको लेकर उनके द्वारा सीएम शिवराज सिंह चौहान को इसी माह 7 जनवरी को एक पत्र लिखकर सुझाव दिए गए थे। उस पर अमल होने की उम्मीद है। उमा ने कहा है कि गांधी जयंती के मौके पर मेरे ही आग्रह पर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने देश के गणमान्य संतों के सामने मध्यप्रदेश को शराबनीति में जनहितकारी बदलाव की घोषणा की है, तो मै अविश्वास क्यों करूं?

मैं कुछ पाना चाहती हूं, ऐसा कहने वाले मुर्ख
उमा ने लिखा कि 27 साल में पहली बार सांसद बनने से लेकर 57 साल की उम्र तक 30 साल में भाजपा के इतने व्यापक एवं विशाल होने के संघर्ष में मुझे तो जैसे झौंक दिया गया। मुझे बहुत प्यार, सम्मान एवं पद मिले है। आज भी जब मैं भाजपा की संगठन की बैठकों में जाती हूं तो वहां मौजूद सभी जो आदर एवं सम्मान मुझपर बरसाते है वह अद्वितीय एवं भगवान की कृपा है। शराबनीति पर बदलाव के मेरे आग्रह से मैं कुछ पाना चाहती हूं ऐसा कहने वाले लोग या दुनिया के सबसे बड़े मूर्ख है या शरारती है। किसी भी प्रकार के नशे के विरुद्ध अभियान हमारी पार्टी का हिस्सा है।

भाजपा मेरी पार्टी, मोदी मेरे नेता
उमा भारती ने कहा कि फिर भी आपको याद होगा, मैंने खुद ही सभी भाजपा के पदाधिकारी, सांसदों, विधायकों एवं मंत्रियों को आग्रह किया की आप सार्वजनिक तौर पर इसका समर्थन या विरोध करने के बजाय अपनी मर्यादा में रहते हुए पार्टी की अंदरूनी बैठकों में ही इसकी चर्चा करिए। इस अभियान मे मेरे आसपास अराजनीतिक एवं सामाजिक लोग ही रह सके यह मैंने ही तय किया है । इससे मुझे आजादी की सांस लेने की छूट मिलती है। भारत मेरा देश है, हिंदुत्व मेरी आस्था है, भाजपा मेरी पार्टी है, मोदी मेरे नेता हैं और यह तथ्य इस जीवन में नहीं बदलेंगे।

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