त्रिपुरा विस चुनाव 2023: क्या त्रिपुरा में सफल हो जाएगी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की भविष्यवाणी?
भाजपा गृहमंत्री अमित शाह को राजनीति का चाणक्य मानती है। एक अच्छे चुनावी रणनीतिकार अमित शाह ने त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव को डंके की चोट पर जीतने की भविष्यवाणी की है। छोटे राज्य त्रिपुरा में भाजपा ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। हालांकि इस बार उसे त्रिपुरा में लंबे समय से एक-दूसरे के राजनीतिक विरोधी कांग्रेस और सीपीएम के गठबंधन से सीधी चुनौती मिल रही है। दो प्रमुख क्षेत्रीय पाटियां भी चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या त्रिपुरा में अमित शाह की भविष्यवाणी सच हो पाएगी?
त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव प्रचार में पांच साल पहले सुनील देवधर ने एड़ी चोटी का जोर लगाया था। इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने काफी जोर लगाया। केंद्रीय गृहमंत्री ने 60 सीटों वाले त्रिपुरा को काफी समय दिया। तीन महत्वपूर्ण चुनावी जनसभा करके आए। लेकिन पश्चिम बंगाल के तृणमूल के एक बड़े नेता का कहना है कि भाजपा के सपने पर पानी फिर सकता है। भाजपा के त्रिपुरा के ही एक नेता का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव वाली बात तो नहीं है, लेकिन उससे खराब स्थिति भी नहीं है। शांतनु बनर्जी कहते हैं कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एक एजेंडा खड़ा किया था और जीत हासिल हुई थी। बिप्लब देब मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन बिप्लब देव सरकार से जनता में बढ़ती नाराजगी के बाद भाजपा ने माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया। माणिक साहा की छवि साफ सुथरी है। मतदान में राज्य की जनता ने खूब मतदान (81 फीसदी) भी किया है। इतना ही नहीं चुनाव घोषणा पत्र से लेकर भाजपा ने वादा का पूरा पिटारा खोल दिया है। लेकिन साख दांव पर है।