Asad Encounter पर बोलीं मायावती, विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की आशंका सच साबित हुई
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को माफिया से गैंगस्टर बने अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी की मुठभेड़ में हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। बसपा प्रमुख ने पूरी घटना को लेकर ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है कि विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा पर ‘असली मुद्दों’ से ध्यान हटाने के लिए ‘फर्जी मुठभेड़ों’ का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने राज्य पुलिस द्वारा झांसी जिले में एक मुठभेड़ में असद अहमद के मारे जाने की पुष्टि के तुरंत बाद ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आज के व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है। आपको बता दें कि जुलाई 2020 में उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों की एक टीम लंबे आपराधिक इतिहास वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी। हालांकि, जैसे ही पुलिस टीम दुबे के गांव पहुंची, हथियारबंद लोगों के एक बड़े समूह ने उन पर घात लगाकर हमला कर दिया। गोलाबारी में, आठ पुलिस अधिकारी मारे गए, जबकि दुबे भागने में सफल रहा। घटना के बाद, यूपी पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया और दुबे को अंततः मध्य प्रदेश में गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, उत्तर प्रदेश वापस जाते समय, गैंगस्टर को ले जा रही पुलिस की गाड़ी पलट गई और उसने भागने की कोशिश की। पुलिस ने दावा किया कि दुबे ने एक पुलिसकर्मी से बंदूक छीन ली और भागने की कोशिश की। इसके बाद मुठभेड़ में, दुबे को पुलिस ने गोली मार दी थी।