शिमला में लंगर पर दंगल: सर्वजीत बॉबी के IGMC पर लगाए संगीन आरोप

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी के प्रशासन पर एक समाजसेवी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. IGMC के कैंसर अस्पताल में मुफ्त लंगर लगाने वाले सरबजीत सिंह ऊर्फ बॉबी ने आरोप लगाया है कि उनके लंगर को बंद करने की कोशिश की जा रही है और इसके लिए गंदी राजनीति की जा रही है. मरीजों के लिए बनाए गए रैन बसेरा को गुपचुप तरीके से टेंडर कॉल कर अपने चहेते को देने के आरोप लगाए हैं. अब सर्वजीत रिज पर धरने पर बैठे हैं.

सरबजीत सिंह ने कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज का नाम लेते हुए कहा कि मदद के लिए उनके पास भी गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने मंत्री को भी गुमराह किया, जिसके चलते मंत्री ने भी कहा कि उन पर प्रेशर है. इसके अलावा, भी कई तरह की बातें सरबजीत सिंह ने कही है. इस बाबत आईजीएमसी के आला अधिकारियों ने कहा कि बॉबी के आरोपों का जबाव समय आने पर दिया जाएगा और सारे दस्तावेजों के साथ हर प्रश्न का उत्तर दिया जाएगा. ऑल्माइटी ब्लेसिंग्स संस्था के अध्यक्ष सरबजीत सिंह का कहना है कि वह 25 साल से समाज सेवा के क्षेत्र में है. पिछले 6 सालों से अस्पताल में मुफ्त लंगर चला रहे हैं. उनका एक रोटी बैंक भी है, जिनमें बच्चों को भी जोड़ा गया है. मुफ्त लंगर के लिए बच्चे उन्हें 25 हजार रोटियां देते हैं. रोटियां दूर-दराज के इलाकों से भी उनके पास आती हैं. उनका कहना है कि पूर्व सरकार की मदद से 2017 में उन्होंने कैंसर मरीजों के लिए एक रैन बसेरा बनाने का कार्य शुरू किया था,जो काफी प्रयासों और मेहनत के बाद 2019 में बनकर तैयार हुआ था. लोक निर्माण विभाग ने इसका टेंडर करवाया था.

वर्तमान सरकार के कुछ लोगों को ये कामयाबी पसंद नहीं आई और एक चक्रव्यूह रचकर ये रैन बसेरा किसी और दे दिया गया. सरबजीत ने आरोप लगाया कि गुपचुप तरीके से इसके लिए टेंडर करवाया गया था. उन्होंने कहा कि रैन बसेरे के साथ साथ उन्हें कई कार्यों की अनुमति दी गई है, जिसमें खाना खिलाना भी शामिल हैं. एक ही स्थान पर दो लंगर जायज नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी पार्टी से कोई मतलब नहीं है लेकिन फिर भी उनके साथ राजनीति की जा रही है. अस्पताल को राजनीति का अड्डा बनाया जा रहा है. इसके लिए सरबजीत सिंह ने अस्पताल में एक बड़े ओहदे पर तैनात डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन उनका नाम नहीं लिया. सरबजीत ने कहा कि वो आने वाले समय में राजनीति में उतरना चाहते हैं और अपने राजनीतिक गुरूओं को खुश करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. अपनी मांगो को लेकर कई बार प्रशासन से मिले लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि रैन बसेरे को मरीजों के लिए ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए.

सरबजीत सिंह ने ऐलान किया कि प्रशासनिक की इस कार्यप्रणाली के विरोध में मंगलवार से रिज मैदान पर अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति के नीचे धरना देंगे. जब तक उनकी मांगो पर सुनवाई नहीं होती तब तक हर रोज एक घंटे तक धरना दिया जाएगा. मंगलवार को उन्होंने रिज मैदान पर धरना शुरू कर दिया है.

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