5 सितंबर को होने वाली महापंचायत को नरेश टिकैत ने बताया धर्मयुद्ध

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान नेताओं का आंदोलन पिछले 9 महीने से लगातार जारी है। दिल्ली के अलग-अलग सीमाओं पर किसान नेता अपने समर्थकों के साथ लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इन सबके बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने बड़ा बयान किया है। चौधरी नरेश टिकैत ने साफ तौर पर कहा कि आने वाले 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में जो महापंचायत होने वाली है वह देश के किसानों के लिए धर्मयुद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि देश के किसान पिछले 9 महीने से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं मगर सरकार की ओर से कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इससे पहले नरेश टिकैत ने एक और बड़ा बयान देते हुए साफ तौर पर कहा कि जो लोग किसान आंदोलन की बुराई करने की कोशिश कर रहे हैं और इसे गलत ठहरा रहे हैं वह किसान कहलाने के हकदार नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आंदोलन से जुड़े लोगों के बीच मनमुटाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हम सारे गिले-शिकवे को भूल कर महापंचायत को सफल बनाने में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसान आंदोलन को लेकर महापंचायत होने वाली है। इस पंचायत के जरिए आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। नरेश टिकैत ने दावा किया कि यह महापंचायत देश की आन-बान-शान किसानों के लिए रखा गया है और यह नहीं टलेगा।

टिकैत ने साफ तौर पर कहा कि किसान आंदोलन की बुराई और गलत ठहराने वाला व्यक्ति सर्च अखबारों में या मीडिया में बयान दे रहा है। उनके ऐसा करने से हम पीछे नहीं हटेंगे और यह धर्म युद्ध नहीं टलेगा। इससे पहले नरेश टिकैत ने मेरठ से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर के लिये किसान ट्रैक्टर रैली की शुरुआत करते हुए कहा कि किसान कृषि कानूनों को लेकर अपनी मांग माने जाने तक “घर वापसी” नहीं करेंगे और अब 2022 के चुनाव में भी सोच-समझ कर फैसला लेंगे। मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा से किसान ट्रैक्टर यात्रा के दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर रवाना होने से पहले किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा, “किसान अपनी मांगे माने जाने तक घर वापसी को तैयार नही हैं।

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