बड़ी खबरः धरती के करीब से गुजर गया ये एस्टोरॉयडए वैज्ञानिकों को भनक तक नहीं लगी

 

धरती को हमेशा क्षुद्रग्रहों से खतरा बना रहता है. वैज्ञानिक इन क्षुद्रगहों की चाल पर पैनी नजर रखते हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि ये क्षुद्रग्रह सबकी नजर बचाकर धरती से टकरा जाते हैं. बीते दिनों भी कुछ ऐसा ही हुआ. रेफ्रिजरेटर के आकार का एक क्षुद्रग्रह धरती के बेहद करीब से गुजर गया. इस घटना के कई घंटों के बाद वैज्ञानिकों को इस खगोलीय घटना के बारे में जानकारी मिली. लाइव साइंस डॉट कॉम की वेबसाइट के मुताबिक यह एक बेहद नजदीकी मामला था. यह घटना 24 अक्टूबर की है. यह अर्टाटिका के ऊपर करीब 3000 किमी की दूरी से गुजर गया. यह दूरी इतनी है कि जितनी की कई उपग्रहों की होती है. यह धरती के बेहद करीब से गुजरने वाला तीसरा क्षुद्रग्रह है, जो धरती से बिना टकराए आगे बढ़ गया.

वैज्ञानिकों को इस एस्टेरॉयड के बारे में जानकारी नहीं थी. बाद में उन्होंने इसका नाम एस्टेरॉयड 2021 यूए1 नाम दिया. वैज्ञानिक इस क्षुद्रग्रह को नहीं देख पाए क्योंकि यह दिन में सूर्य की दिशा की ओर से ही धरती की ओर बढ़ रहा था. इस कारण धरती को पार करने के करीब 4 घंटे बाद तक वैज्ञानिकों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. इस एस्टेरॉयड का आकार छोटा था. इसका व्यास करीब 6.6 फीट था. ऐसे में धरती के लिए सीधे कोई खतरा पैदा करने की इसमें कोई क्षमता नहीं थी. रिपोर्ट के मुताबिक यह क्षुद्रग्रह अगर धरती से टकराता तो भी इसका चट्टानी हिस्सा सफर के दौरान के ही नष्ट हो गया होता. यह धरती की ओर 19.45 करोड़ किमी की दूरी से आ रहा था. नासा सेंटर फॉर नीयर ऑब्जेक्ट स्टडीज ने इस एस्टेरॉयड की दूरी को मापा है.

नासा धरती पर शक्तिशाली टेलीस्कोप के जरिए इन क्षुद्रग्रहों का अध्ययन करता है. वह नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट्स को उनके पाथ के हिसाब से मापता है. इसी हिसाब से वह खतरनाक ऑब्जेक्ट्स की पहचान करता है और उसके बारे में प्लानेटरी डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस को इस बारे में बताता है. नासा के मुताबिक वैसे एस्टेरॉयड जिसका व्यास कम के कम 460 फीट हो तो उससे धरती को खतरा हो सकता है. ऐसे में यूए1 में धरती को खतरा पहुंचाने का जोखिम नहीं था. लेकिन इसी तरह कोई बड़ा एस्टेरॉयड हमारी तरफ आ जाए तो क्या होगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *