यूपी विस चुनाव 2022: छोटी-छोटी जातियों को साधने में जुटी बीजेपी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में जातिगत समीकरणों का विशेष महत्त्व होता है. इसीलिए सभी राजनीतिक दल जातिगत आंकड़ो को अपने पक्ष में करने के सभी तरह का प्रयास करते हैं. भाजपा भी जातिगत समीकरणों को साधने के लिए अब जाति आधारित सम्मेलन करने जा रही है. पूरे प्रदेश में छोटी- छोटी जातियों के 200 सम्मेलन किये जाएंगे. ये सम्मेलन नवरात्रि से शुरू होकर नवम्बर अंत तक चलेंगे.
उत्तर प्रदेश में तमाम छोटी-छोटी जातियां ऐसी है जिनका पूरे प्रदेश तो नहीं लेकिन कुछ क्षेत्रों या कुछ विधानसभाओ में अच्छा प्रभाव रहता है. इनको साधने से चुनाव जीतने में बहुत मदद मिलती है. जैसे निषाद, प्रजापति, यादव, सैनी, तेली, कुशवाहा, मौर्य, प्रजापति, कुर्मी ,पटेल, चौरसिया, साहू, गंगवार, दर्ज़ी, पाल, विश्वकर्मा, धीमान, जांगिड़, लोधी, मैथिल, नाई , सैन, सविता, स्वर्णकार जैसी तमाम जातियों के सम्मेलन कराए जाएंगे. बताया जा रहा है कि विधानसभा बार जाति की संख्या के आधार पर दो विधानसभाओं में एक सम्मेलन कराया जाएगा. यानी जिस विधानसभा में जिस जाती का प्रभाव है उस विधानसभा में उस जाती का सम्मेलन कराया जाएगा. इसके अलावा इन जातियों के ऐसे प्रभावशाली लोग जो किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं रखते उनको भी अपने साथ लाने की कोशिश की जाएगी. इन जातियों से संबंधित भाजपा के प्रदेश और केंद्र के तमाम नेता करेंगे कार्यक्रम. जैसे रघुवर दास, सुशील मोदी, भूपेंद्र यादव, एसपी बघेल, कौशल किशोर, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह जैसे तमाम नेताओ की अपनी अपनी जातियों के सम्मेलनों में ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी, वहीं खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कई सम्मेलनों को सबोधित करेंगे.