Breaking News: गुजरात चुनाव से पहले हार्दिक ने क्यों छोड़ी कांग्रेस?
गुजरात विधानसभा चुनाव से करीब छह महीने पहले हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। चुनाव से पहले उनका यह कदम कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। उनके पार्टी छोड़ने को लेकर लगातार अटकलें लग रही थीं। उनके एक बयान पर हुए बवाल के बाद आप के गुजरात प्रमुख ने हार्दिक को पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया था।
हार्दिक ने पार्टी छोड़ते हुए कहा, ‘देश के युवा मजबूत नेतृत्व चाहते हैं, लेकिन मैंने पाया है कि पिछले तीन वर्षों में कांग्रेस ने सिर्फ विरोध की राजनीति की। देश के लोगों को विरोध नहीं, बल्कि ऐसा विकल्प चाहिए जो उनके भविष्य के बारे में सोचता हो। देश को आगे ले जाने की क्षमता रखता हो। कांग्रेस को लगभग देश के हर राज्य में रिजेक्ट इसलिए किया क्योंकि कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व जनता के समक्ष एक बेसिक रोडमैप प्रस्तुत नहीं कर पाया। कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में किसी भी मुद्दे के प्रति गंभीरता की कमी दिखी। जब भी देश को सबसे ज्यादा जरूरत थी या कांग्रेस को नेतृत्व की आवश्यकता थी तो हमारे नेता विदेश में थे। शीर्ष नेतृत्व का बर्ताव गुजरात के प्रति ऐसा है, जैसे की वह गुजरात और गुजरातियों से नफरत करते हैं। गुजरात के नेता सिर्फ इस बात पर ध्यान देते हैं कि दिल्ली से आए नेता को चिकन सैंडविच मिला या नहीं। कांग्रेस ने युवाओं का भरोसा तोड़ा है, इसलिए आज कोई भी युवा कांग्रेस के साथ दिखना नहीं चाहता है। कांग्रेस के बड़े नेताओं ने पार्टी को गुजरात की जनता के मुद्दों को कमजोर किया।
हार्दिक पटेल ने अपने इस्तीफे में कुछ ऐसे वाक्य भी लिखे, जिससे उनके भाजपा में जाने के कयास को बल मिल गया है। हार्दिक ने अपने इस्तीफे में राम मंदिर, सीएए-एनआरसी, आर्टिकल 370 और जीएसटी का जिक्र किया। कहा, ‘इन मुद्दों का समाधान देश के लिए जरूरी था, लेकिन कांग्रेस लगातार इनमें बाधा ही बनती रही। हर मुद्दे पर कांग्रेस केवल विरोध की राजनीति करती रही।’ इन बयान से माना जा रहा है कि हार्दिक भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि, उन्हें आम आदमी पार्टी से भी ऑफर मिल चुका है। पंजाब चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पार्टी का फोकस गुजरात और हिमाचल चुनाव पर है। अरविंद केजरीवाल इन दोनों राज्यों में दूसरी पार्टी के नेताओं को आप से जोड़ने में जुटे हुए हैं। गुजरात में भाजपा और मोदी का चेहरा काफी मजबूत है। ऐसे में आम आदमी पार्टी को अगर गुजरात में पांव जमाना है तो इसके लिए उन्हें मजबूत चेहरों की जरूरत पड़ेगी। माना जा रहा है कि हार्दिक को पार्टी में शामिल कराने के लिए आम आदमी पार्टी काफी कोशिश कर रही है।