देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर होगा प्रयागराज का राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय
उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का नाम देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर होगा। प्रयागराज से डा. राजेंद्र प्रसाद का गहरा संबंध था। यहां वह कुंभ मेले के दौरान जरूर आते थे। आज भी संगमतट पर स्थित किले के अंदर जाकर देखा जाए तो वहां डा. राजेंद्र प्रसाद की स्मृतियां जुड़ी हैं। इसी वजह से यह विधि विश्वविद्यालय उनकी स्मृतियों के लिए समर्पित किया जाना चाहिए। यह बातें शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। इलाहाबाद हाईकोर्ट परिसर में आयोजित उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, प्रयागराज तथा एडवोकेट चैंबर व मल्टीलेवल पार्किंग के शिलान्यास कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि आज का दिन प्रदेश वासियों के लिए महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि वर्षों से लंबित परियोजनाओं का शुभारंभ राष्ट्रपति के कर-कमलों से हुआ है।
मल्टी लेवल पार्किंग के बनने से चार हजार वाहनों की पार्किंग सुविधा के साथ-साथ ढाई हजार अधिवक्ताओं के लिए चैम्बर व आधुनिक लाइब्रेरी बनाये जाने की बार एसोशिएशन की मांग भी आज पूरी हुई। विधि विश्वविद्यालय को लेकर उन्होंने कहा कि प्रयागराज शिक्षा का भी महत्वपूर्ण केन्द्र है। विधि विश्वविद्यालय में राजनैतिक हस्तक्षेप न हो, इसके लिए मुख्य न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय इस विश्वविद्यालय के विजिटर हो, इसका एक्ट बनाकर राज्य सरकार ने प्रस्तुत किया है। इस विश्वविद्यालय का शुभारंभ अगले सत्र में किया जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार जिस प्रतिबद्धता के साथ प्रदेश के सभी नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाने का कार्य कर रही है, उसी प्रकार से न्यायिक क्षेत्र में भी आमजन की आकांक्षाओं की पूर्ति करने और उसे समय पर न्याय मिल सके, इस दृष्टि से भी कार्य कर रही है। सीएम ने इस दौरान सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को भी गिनाया। कहा कि प्रदेश में 599 न्यायिक कक्ष वर्तमान में बनाये जाने है, जिसमें से 311 तैयार हो चुके है और 288 निमार्णाधीन है। न्यायधीशों के आवासीय व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार की ओर से 611 आवास स्वीकृत किये गये थे, जिसमें से 247 बन कर तैयार और 364 वर्तमान में निर्माणाधीन है।