महाराज जहां जीत को दोहाना चाहते हैं, वहीं कांग्रेस को पहली जीत का है इंतजार

उत्तराखंड की वर्तमान सियासत में चौबट्टाखाल विधान सभा सीट सबसे हॉट सीटों में गिनी जा रही है। इस सीट से विधायक सतपाल महाराज प्रदेश सरकार की कैबिनेट में नंबर दो का ओहदा संभाले हुए हैं। त्रिवेंद्र, तीरथ या धामी तीनों मुख्यमंत्रियों ने हमेशा ही महाराज के कद व पद का सम्मान किया है। भाजपा ने उन्हें एकबार फिर चुनावी समर में उतारा है। महाराज जहां अपनी जीत को दोहराना चाहते हैं। वहीं कांग्रेस को इस सीट से पहली जीत का इंतजार हैं। कांग्रेस ने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व जिला पंचायत पौड़ी के पूर्व अध्यक्ष केशर सिंह नेगी को चुनाव मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी ने चौबट्टाखाल से जीत का दारोमदार प्रत्याशी दिगमोहन नेगी के कंधों पर रखा है। जबकि इस सीट पर कुल 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। जनपद पौड़ी की विधान सभा सीट चौबट्टाखाल वर्ष 2012 में अस्तित्व में आयी थी। इस सीट का अधिकत्तर हिस्सा वर्ष 2002 से 2012 तक बीरोंखाल विधान सभा में शामिल था। बीरोंखाल सीट से 2002 व 2007 में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत लगातार विधायक रही। वर्ष 2012 में चौबट्टाखाल सीट से भाजपा प्रत्याशी के रुप में पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने जीत दर्ज की थी।

2017 में पार्टी ने उनके स्थान पर सतपाल महाराज को चुनाव मैदान में उतारा और महाराज को जीत हासिल हुई। वर्तमान में भी कांग्रेस व भाजपा में सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। लेकिन आम आदमी पार्टी प्रत्याशी दिगमोहन नेगी चौबट्टाखाल के रण को त्रिकोणीय स्वरुप देने में जी-जान से जुटे हुए हैं। इसके अलावा यहां उत्तराखंड क्रांति दल (डेमोक्रेटिक) के प्रत्याशी अनु पंत, उत्तराखंड रक्षा मोर्चा प्रत्याशी शेखर सिंह, उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह रावत, समाजवादी पार्टी प्रत्याशी जयप्रकाश, निर्दलीय अरुण कुमार व अश्वनी कुमार भी मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए रिझाने की कोशिश कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *